PREPAID और POSTPAID में अंतर | What is Prepaid and Postpaid

Prepaid aur Postpaid Kya Hai – Prepaid aur postpaid mein antar

आज के टेक्नोलॉजी के युग में हम सभी अपने अपनों से जुड़े रहने के लिए और इन्टरनेट समेत कई अन्य सुविधाओं के लिए मोबाइल फोंस और अन्य गैजेट्स का उपयोग तो करते ही है| और ऐसे गैजेट्स का इस्तेमाल करते वक्त हमे किसी टेलिकॉम कम्पनी के कनेक्शन की जरूरत पडती है जिसके जरिये हमे ये सभी सुविधाएं मिलती है| और किसी भी टेलिकॉम कम्पनी की ये सर्विसेज हमे एक सिम कार्ड के जरिये मिलती है| आमूमन दो तरह के सिम कार्ड्स होते है जिनके बारे में हमे पता होता है और ये तो तरह के सिम कार्ड कनेक्शन या तो Postpaid होते हैं या तो Prepaid| ऐसे में आज की अपनी इस पोस्ट के जरिये हम आपको इन्ही दोनों कनेक्शंस के बीच का अंतर समझाने जा रहे हैं|

अगर बात करें इन दोनों सिम कार्ड्स की तो दिखने में Prepaid सिम कार्ड और Postpaid सिम कार्ड दोनों ही एक दुसरे के तरह ही दीखते है| पर असल में इन दोनों के बीच का अंतर टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी को और जिसका वह सिम है उसे पता होता है के वह सिम कार्ड कौन सा है| आज देश की लगभग हर एक टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी दोनों ही तरह की सिम कार्ड सर्विस देती है जिसे यूजर अपनी जरूरतों के मुताबिक चुनते है|

एक तरफ Prepaid सिम होती है जिसे आम लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है और दूसरी तरफ होती है Postpaid सिम जिसे अधिकतर बिजनेस में इस्तेमाल किया जाता है| हालाँकि अगर बात करें हमारे भारत की तो यहाँ पर अधिकतर हमारे यहाँ Prepaid यूजर्स ही आपको देखने को मिलेंगे क्योंकि Prepaid सिम के साथ कई सुविधाएं मिलती है| पर दूसरी तरफ Postpaid सिम लेने के भी अपने फायदे हैं| और नीचे हमने कई सारे विषयों को ध्यान में रखते हुए इन दोनों सिम सर्विसेज की तुलना की है|

एक Prepaid सिम और Postpaid सिम के बीच सबसे बड़ा अंतर होता है इन दोनों के रिचार्ज का| जहाँ Prepaid सिम में आपको कोई भी कॉल करने और इन्टरनेट का इस्तेमाल करने की सुविधा किसी भी रिचार्ज करने या प्लान लेने के बाद मिलती है वहीँ Postpaid बिल्कुल ही उलटी तरह काम काम करता है|

वहीँ एक Postpaid कनेक्शन वाला यूजर पहले कॉल्स करने की और इंटरनेट इस्तेमाल करने की सुविधा पाटा है और महीने के अंत में टेलिकॉम कम्पनी का बिल आता है जिसका भुगतान यूजर को करना पड़ता है| साथ ही इन दोनों सिम सर्विसेज में कुछ अन्य अंतर भी होते हैं जिनके बारे में हमने इस पोस्ट में आगे विस्तृत जानकारी दे रखी है|

Prepaid और postpaid में क्या अंतर है – praipaid aur postpaid mein kya antar hai

  1. रिचार्ज – Recharge

एक Prepaid कनेक्शन और Postpaid कनेक्शन के बीच सबसे बड़ा अंतर जो होता है वह रिचार्ज का ही होता है जिसके बारे में हमने आपको पहले ही बता रखा है| Prepaid में जहाँ कॉल और इंटरनेट सेर्विसेज को इस्तेमाल करने की सुविधा रिचार्ज के बाद मिलती है वहीँ दूसरी तरफ एक Postpaid कनेक्शन में आपको पहले कॉल और इन्टरनेट की सुविधा दी जाती है और महीने के अंत में इसका एक बिल आता है जिसकी पेमेंट करनी होती है|

  1. वैलिडिटी

Prepaid रिचार्ज दो तरह के होते है जिनमे पहला सिर्फ टॉकटाइम होता है जो के असीमित वैद्यता के साथ आता है और दूसरा प्लान रिचार्ज होता है जिसमे एक निर्धारित वक्त के लिए टेलिकॉम कम्पनी एक रिचार्ज प्लान डिजाईन करती है और उसकी प्लान से यूजर को रिचार्ज करना होता है|

वहीँ दूसरी तरफ Postpaid कनेक्शन में महीने की या फिर साल की एक लिमिट होती है जिसके बाद तय वक्त के बीतने के बाद कस्टमर को कम्पनी की तरफ से उनके इस्तेमाल करने के हिसाब से बिल भेजा जाता है|

  1. प्लान

 

Prepaid कनेक्शन में जो प्लान्स होते है वो Postpaid प्लान्स के मुकाबले काफी सस्ते होते है और साथ ही एक आम आदमी के लिए वो समझने में काफी सरल भी होते है| पर एक बिजनेस के लिए कॉल्स और इन्टरनेट काफी अधिक चाहिए होते है जिसके कारण Postpaid प्लान्स उनके लिए सस्ते पड़ते हैं और वो उन्हें लेना पसंद करते है|

  1. बेनिफिट

Postpaid सिम सर्विस को इस्तेमाल करने का एक बड़ा फायदा यह भी होता है के इसमें कॉल और मैसेज का बड़ा प्लान लेने या उपयोग करने पे अन्य लाभ भी मिलते है| हालाँकि इन्टरनेट के इस्तेमाल पे ऐसा कोई भी ऑफर नही मिलता है| पर बात Prepaid कनेक्शन की करे तो यहाँ ऐसा कोई भी ऑफर नही मिलता है|

  1. पेमेंट

Prepaid कनेक्शन का रिचार्ज आज कैश से लेकर किसी भी अन्य पेमेंट के माध्यम से कर सकते हैं पर आप जब एक Postpaid कनेक्शन को लेने जाते है तो उसके लिए आपके पास क्रेडिट कार्ड होना अनिवार्य होता है और आप क्रेडिट कार्ड के जरिये ही अपने Postpaid कनेक्शन की पेमेंट कर सकते है|

  1. बिल

Prepaid कनेक्शन में अपनी जरूरतों एयर सहूलियत के हिसाब से रिचार्ज करवाए जा सकते है और ऐसे में महीने के अंत में जाकर किसी बिल का इंतज़ार नही रहता और न ही टेंशन होती है| पर Postpaid कनेक्शन में महीने या साल के अन्त में इस्तेमाल के हिसाब से एक लम्बा बिल आता है जिसका भुगतान करना होता है| और कई बार Postpaid बिल्स काफी बड़े इसलिए भी बन जाते है क्योंकि इसमें आपके ऊपर कोई रोक नही लगाई जाती और आप बिना रुकावट के काफी लम्बे बिल बनवा बैठते है|

  1. एमरजेंसी लोन

Prepaid सिम सर्विसेज के साथ एक इमरजेंसी लोन की एक सर्विस भी मिलती है जिसमे आपको टेलिकॉम कम्पनी 5 से 10 या अधितम 20 रुपयों तक का एक लोन टॉकटाइम के रूप में प्रदान करती है और बाद में जब आप रिचार्ज करते हैं तो सेवा शुल्क सहित कम्पनी अपना लोन वापस लेती है| पर Postpaid में ऐसी कोई लोन की सुविधा नही होती क्योंकि इसमे आपका रिचार्ज खत्म ही नही होता है| हालाँकि महीने के बाद का बिल जरूर आपको भरना होता है|

तो ये था एक Prepaid कनेक्शन और Postpaid कनेक्शन के बीच का अंतर जिसके बीच अक्सर लोग काफी कन्फ्यूज़ रहते हैं| हमे उम्मीद है के हमारी इस पोस्ट नें आपको जानकारी में जरूर इजाफा किया होगा और अब आपको इन दोनों तरह के सिम कनेक्शंस के बीच का अंतर अच्छी तरह समझ आ गया होगा|

Written by Jatin Tripathi

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