क्या होता हैं खुद का विकास और कैसे खुद का विकास करना चाहिए
आज के समय हर कोई दूसरे के रहन से इम्प्रेस होता हैं | और हमें भी सदा खुद की पर्सनालिटी उत्तम और इम्प्रेससिवे रखनी चाहिए और बनानी चाहिए | और ऐसे लोगो के प्रति लोगो के मन सम्मान और आदर्श रहता हैं | हर कोई सबसे पहले आदमी की पर्सनालिटी देखता हैं | है यह बात भी सही हैं की आदमी की पहचान आदमी के रहन से होती हैं | और सबसे ज्यादा ऐसे उदहारण हमें व्यावसायिक ठिकान पर ज्यादा दिखाई पड़ते हैं | क्योकि हम हमारी व्यक्तिमत्व अगर अच्छे रखे तो सभी का हमारे तरफ देखने का नजरिया कुछ ख़ास होता हैं | और अपने कामो के जगह पर काम मैं बढाती भी जल्दी होती हैं | कई बार ऐसा होता हैं खुद की पर्सनालिटी के कारन कईओ को अपने जॉब से हाथ धोना पड़ता हैं |
१) सबसे पहले खुद पेर्सोनालीटी को बढ़ने के लिए खुद को जानना ज्यादा जरुरी होता हैं | हमें किस चीज मैं आनदं मिलता हैं | उस चीज का उद्देश्य क्या होता हैं तो उसी चीज के रास्ते पर हमें कैसे खुद रखना चाहिए उस जगह उस ठिकान का माहौल के हिसाब से खुद का रहन सहन करना चाहिए | हमें खुद पे ध्यान देना चाहिए , खुद को परखना चाहिए | अपनी ताकत और कमजोरियां पहचाननी होंगी, और फिर इसपर अच्छे से काम करना चाहिए | कई बार हम देखते हैं लोग अक्सर किसी से बोलने से शरमाते हैं या फिर डरते हैं और इसका बहोत परिणाम अपने पर्सनालिटी पे होता हैं |
२) अछि पर्सनालिटी पाने के लिए, हमारी सोच, और हमारे आउटलुक, दोनों को ही पॉजिटिव होना जरुरी होता हैं | हम कैसा सोचते हैं, इससे हमारे एक्शन्स पे फरक पड़ता है | अगर आपकी विचार ही पॉजिटिव है, तो आपमें खुदमें विस्वास आ जायेगा, और इससे आपकी पर्सनालिटी पे अच्छा अच्छा परिणाम आएगा. जीवन की सिटुएशन्स हमेशा ऊपर निचे होती रहती हैं. लेकिन पॉजिटिव आउटलुक के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए, आपको हर सिचुएशन की ब्राइट और अच्छी चीज़ों पे ध्यान करना जरुरी है |
३) हमेशा अपनी खुद की सोच रखे | जब बच्चा शारीरिक विकास की दूसरी अवस्था मतलब किशोरावस्था में आता है तो उस अवस्था में तेजी से शारीरिक विकास शुरू हो जाता है. इस अवस्था में किशोरों में बहुत से शारीरिक बदलाव आते है जब वो इन बदलावों को देखते है तो सही मार्गदर्शन न होने के कारण अपने शरीर की तुलना तुलना दुसरो से करते है। अगर इस समय उन्हे अपने आपमे कोई कमी मिलती है तो वो निराश और चिंतित हो जाते है। उनको इस बात का पता नही होता की हर एक इंसान का विकास अलग अलग रूप में होता है अतः किशोरावस्था आत्म सम्मान एवं शारीरक छवि को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है |
४) जब भी किसी से बात करें, अपने आप को सच्चाई से डिफाइन कीजिये. शांति और खुशनुमा होकर वार्ता कीजिये | मुस्कराना जाहिर करता है कि आप सामने वाले को पसंद करते हैं. यही बात हर तरह की रिलेशन्स में लागू होती है; इसलिए आप जब भी किसी से मिलें तो चहरे पर एक अपनेपन का भाव लाइए, इससे लोग आपको पसंद करेंगे, आपसे मिलकर खुश होंगे | आपकी मुस्कराहट के जवाब में मुस्कराहट न मिले ऐसा कम ही होगा, और होता भी है तो ” चलते रहता हैं ” आपको अपना पार्ट अच्छे से प्ले करना है बस |
५) जब आप दूसरे में इंटरेस्ट लेते हैं तो इसमें ईमानदारी होनी चाहिए | आपने “आप क्या पसंद करते हैं?” इसलिए नहीं पूछा कि बस वो जल्दी से अपना जवाब ख़तम करे और आप अपनी राम-कथा सुनाने लग जाएं |आपको सामने वाले को सिर्फ पहले बोलने का मौका ही नहीं देना है, बल्कि उसकी बात को ध्यान से सुनना भी है और बीच-बीच में उससे रिलेटेड और भी बातें करनी हैं.
६) कई बार हम ऐसी स्थिति में होते हैं कि दूसरों की मदद कर सकें, पर आउट ऑफ़ लेज़ीनेस या फिर ये सोचकर कि इसमें हमारा कोई फायदा नहीं है हम मदद नहीं करते. पर एक प्लीजेंट पर्सनालिटी वाला व्यक्ति लोगों की हेल्प के लिए तैयार रहता है | हाँ, इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने ज़रूरी काम छोड़ कर बस लोगों की हेल्प ही करते रहे, लेकिन अगर थोडा वक़्त देने पर आप किसी के काम आ सकते हैं तो ज़रूर आएं. आपकी एक सेल्फलेस हेल्प आपको दूसरों की ही नहीं अपनी नज़रों में भी उठा देगी और आप अच्छा फील करेंगे |
७)व्यक्तिगत विकास के लिए शारीरिक भाषा में सुधार लाना बहुत आवश्यक है। इससे आपके विषय में बहुत कुछ पता चलता है। हर चीज चाहे वह आपका खाने का तरिका हो, चलने का तरीका हो, बात करने का हो या बैठने का तरिका सब कुछ बॉडी लैंग्वेज से जुडा है। जब भी बैठें सभी प्रॉब्लम को भूल कर आराम से बैठें और जब भी आपक किसी से बात करें आंख से आंख मिला कर बात करें।
८) विनम्र बनें, इससे लोग आपकी रेस्पेक्ट करेंगे | विनम्र बनें, और सबसे हस्ते हसि के साथ मिलें | दूसरों की हेल्प करने में शर्म न करें | अच्छे काम करने से न सिर्फ दूसरों का दिन बनेगा, बल्कि आपकी अच्छी इमेज भी बनेगी | इससे आपमें कॉन्फिडेंस भी आएगा, और इससे आपकी पर्सनालिटी डेवेलोप होगी. जूनियर्स और सीनियर्स सबके साथ हम्बल रहे.