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One Time Password (OTP) क्या है?

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क्या हमारी महत्त्वपुर्ण व्यक्तिगत जानकारी इंटरनेट पर सुरक्षित है? (one time password kya hai)

one time password kya hai: हम सब एक प्रगतशील मानवीय जीवन जिऐ जा रहे है. बढती हुई टेक्नॉलॉजी के सहारे हम हमारे बहोत से काम घर बैठे ही इंटरनेट के द्वारा पुर्ण कर लेते है. एक दौर ऐसा भी था जब हम एक दिन में सिर्फ एक ही काम पुरा करते थे. पर जैसे जैसे जमाना बदला उसी तरह मानव ने संसाधन का उपयोग कर अपने बुद्धी और क्षमता के बल पर बहोत प्रगती कर ली. जहाँ हम एक काम के लिऐ एक दिन लगाते थे, वही काम हम अब घर बैठे तुरंत कर लेते है. इसका सारा श्रेय मानवनिर्मित संगणक, इंटरनेट, और कम्युनिकेशन क्षेत्र को जाता है.

 

हम इंटरनेट के द्वारा हमारे बहोत से काम घर बैठे कर सकते है जैसे की, बँक संबंधीत कामकाज, ऑनलाईन खरेदी, ऑनलाईन बिल का भुगतान, ऑनलाईन कार्यालयीन कामकाज, ऑनलाईन टिकीट बुकिंग आदि काम हम घर बैठे सहजता से कर लेते है. पर जब भी हम ऑनलाईन सेवाओ द्वारा खरेददारी करते है, तब हर वक्त हमे हमारी संबंधीत महत्वपुर्ण जानकारी को इंटरनेट पर डालना जरुरी होता जिससे हमारी व्यक्तिगत पहचान हो कर वो संबंधीत खरेददारी हमारी ही है यह सुनिश्चित होता है, फिर हमें कुछ पैसो का भुगतान करना पडता है.

 

अब इसी तरह बहोत सारी ऑनलाईन उपलब्धीया है, जहाँ हमे इसी तरह हमारे संबंधीत महत्त्वपुर्ण जानकारी के आधार पर ही ऑनलाईन सेवाओ का उपभोग लेना पडता है. अब सबसे अहम सवाल यही होता है की, क्या हम हमारी संबंधीत महत्त्वपूर्ण जानकारी इंटरनेट पर डालने के बाद, क्या वो सुरक्षित रहती है?? ये डर हमेशा हम सब को रहता है. इसिलिऐ OTP की पहल हुई और OTP भी हमारी जानकारी इंटरनेट पर सुरक्षित रखने मे महत्त्वपुर्ण जिम्मेदारी निभाता है. तो आज हम OTP के बारे मे जानते है.

 

OTP का पुरा नाम क्या है और OTP संबंधित जानकारी?

OTP का पुरा नाम One Time Password है. हम OTP को One Time Pin यह दुसरे नाम से भी जानते है. यह एक सुरक्षा कोड (पासवर्ड)होता है, जो सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल किया जा सकता. लेकिन इसे इस्तेमाल करने के लिए, एक मर्यादीत समय की मर्यादा होती है. इस सुरक्षा कोड को इस्तेमाल कर हम हमारी पहचान प्रमाणित कर सकते है. जिसके वजह से हमारी व्यक्तिगत संबंधित जानकारी हमेशा सुरक्षित रहती है. इसका उपयोग केवल एक बार में एक ही लॉगइन सेशन या ट्रांजेक्शन के लिऐ संगणक द्वारा या डिजिटल माध्यम द्वारा हो सकता है. मै आपको OTP का एक उदाहरण देता हुँ, मानलिजिऐ आपने किसी कॉमर्स वेबसाईट से कुछ सामान की खरेददारी की है.

 

अब आपको उस खरेदी का कुछ पैसो मेंऑनलाईन भुगतान भी करना होगा. जब आप यह भुगतान करने के लिए आपके बँक खाते की जानकारी वहा डालते तब वो आपका ही अकांऊट है यह प्रमाणित करने के लिऐ आपके बँक खाते के रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर आपको एक 6 आंकडो का सुरक्षा कोड मैसेज द्वारा प्राप्त होता है. जिससे आप आपका बँक खाता प्रमाणित भी कर लेते है और पैसो का भुगतान भी कर लेते है. अब इस सारी प्रक्रिया में आपको जो 6 आंकडो का मैसेज मोबाईल पे प्राप्त होता है वही OTP है और उसका उपयोग आप सिर्फ एक ही बार कर सकते है.

क्या OTP सिर्फ मोबाईल पे मैसेज द्वारा प्राप्त होता है और उसका मर्यादित समय कितना होता है?

आपको OTP सिर्फ मोबाईल पर ही प्राप्त नहीं होता है. आपको SMS, Email, Messenger द्वारा प्राप्त हो सकता है. एक बात जरुर ध्यान रखिऐ की OTP ऑटोमटिक पासवर्ड सिस्टीम जनरेटेड होता है. इसका मर्यादित समय ज्यादा से ज्यादा 10 सेकंद से 30 मिनट तक का ही होता है, यानी जैसे ही आपको OTP अपने फोन पर मिलता है उसी समय से लेकर आपको OTP का उपयोग दिऐ गए मिनटों के भीतर करना होगा. आपको जहाँ प्राप्त हुआ OTP ऐन्टर करना होता है वही आपको उस OTP संबंधित मर्यादित समय भी निचे मिल जाता है.

 

जो कि एक काउंटर भाँती सेट होता है.अब जैसे ही आपका काऊंटर शून्य हो जाता है. तब वो OTP आपके कुछ काम का नहीं रहता है फिर यदी आप चाहें तो फिरसे OTP के लिए रिक्वेस्ट भेज सकते है. पर ध्यान रहें आपको OTP ऐन्टर करते वक्त जरा सी भी गलती नहीं करना है. यदि आपसे इस तरह की गलती होती होगी तो ध्यान रहिऐ आप OTP को सिर्फ तीन बार गलत ऐन्टर करवा सकते हो.

 

अगर आप आंकडो की मर्यादाओं की बात करें तो OTP 4-8 आंकडो का होता है जो कि आपको रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर प्राप्त होता है जिससे आप ट्रांजेक्शन कर सकते है.

OTP बेहतरीन क्यो है?

OTP आपकी महत्त्वपुर्ण जानकारी की सुरक्षितता इंटरनेट पर बढाता है. OTP बहोत तेज और सुरक्षित होता है.हम अगर सिर्फ पासवर्ड कि बात करें तो आपका पासवर्ड कोई भी आसानी से हँक करके प्राप्त कर सकता है. क्योंकि ज्यादातर लोग पासवर्ड में अपनी जन्म तारीख, नाम, मोबाईल नंबर का उपयोग करते है जिससे पासवर्ड को ध्यान रखने में लोगो को आसानी होती है. पर ऐसें पासवर्ड हँकर द्वारा तुरंत हँक करले जाते है.

 

वही अगर पासवर्ड के साथ OTP का भी उपयोग हो तो वह बहोत सुरक्षित होता है. OTP 2 स्टेपऑथेंटिकेशन किया जाता है जो बहोत सुरक्षित माना जाता है. इससे एक संस्था और उस संस्था का युजर एक दुसरे को जाँचकर अपनी सुरक्षितता प्रमाणित कर सकते है.

OTP पुरी तरह सुरक्षित कैसे है?

OTP एक ऑटोमेटिक सिस्टम जनरेटेड सुरक्षा कोड है जो कि हर एक सत्र के बाद तुरंत बदल जाता है और ये सुरक्षा कोड किसी तकनीकी स्तर पर रँन्डम बदल जाता है. इसलिए कोई भी ईसे हैक नहीं कर सकते.यह हर सत्र मे बदलता रहता है और मर्यादित समय तक ही कार्य करता है जिसके कारण ये अन्य पासवर्ड प्रणाली से अलग है और व्यक्ती की सही पहचान करने वाला मजबूत सुरक्षा कोड है.

 

जैसे ही एक सत्र का OTP प्राप्त होता है, तो वह सिर्फ एक बार ही उपयोग में आता है जिसका निर्धारित समय भी मर्यादित होता है. यदी हैकर पासवर्ड प्राप्त भी कर लेता है तो फिर भी OTP के बिना हैकर कुछ नहीं कर पाता, क्योकी OTP के जरिऐ ही हैकर उस सत्र में घुसकर डाटा चुरा सकता है. पर यह वो OTP के बिना नहीं कर पाता.

OTP कहाँकहाँ इस्तेमाल किया जाता है?

1. नेट बँकिंग मे OTP का उपयोग किया जाता है. जिससे हम एक बँक से दुसरे बँक में राशी का लेन देन व्यवहार कर सकते है.

2. किसी App या website को लॉगईन करते समय जिससे हम हमारी व्यक्तिगत पहचान इंटरनेट पर प्रमाणित कर सकें.

3. ऑनलाईन कॉमर्स वेबसाईटपर खरेददारी करते समय भी इसका उपयोग बेहद अहम होता है.

4. मेल द्वारा भी कई बार OTP प्राप्त होता है जिससे हम हमारी लॉगईन अंकाऊंटस प्रमाणित कर सकते है.

5. नया सिम कार्ड खरेदी किया तब उसपर पहचान प्रमाणित करते वक्त भी OTP का इस्तेमाल किया जाता है.

6. आधार का पंजीकरण करते समय भी आपको मोबाईल नंबर संबंधीत जानकारी देनी होती है. जिससे आपके मोबाईल नंबर पर प्राप्त होनेवाले OTP द्वारा आप आपकी पहचान प्रमाणित कर सकते है.

और भी कई सारी प्लेटफोर्म है जहाँ OTP का उपयोग किया जाता है.

OTP के फायदे क्या है?

1. इसे हम सहजता से प्राप्त कर सकते है. क्योंकि यह OTP सुरक्षा कोड सिर्फ कुछ समय तक ही आप इस्तेमाल कर सकते हो इसीके कारण हमें OTP कोड को ध्यान में नहीं रखना पडता. जबकी हमें पासवर्ड हमेशा ध्यान में रखना पडता है.

2. आप अपनी व्यक्तिगत महत्त्वपुर्ण जानकारी OTP के द्वारा सुरक्षित रख सकते है. जब भी कोई दुसरा आपकी जानकारी चुराना चाहेगा पर उसके पास रजिस्टर्ड मोबाईल नहीं होगा जो आपके पास है. तब उसी वक्त OTP के कारण आप अपनी जानकारी सुरक्षित रख पाओगे.

3. OTP द्वारा आप अपनी एक अकांऊंंट को एक से ज्यादा डिजिटल उपकरणों पर जुडा सकते हो. जो कि बहोत सुरक्षित होगा और उसका इस्तेमाल सिर्फ संबंधित व्यक्ती ही कर सकता है. उस व्यक्ती के अलावा कोई दुसरा व्यक्ती उसे इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.

4. यदि आपके किसी ऑनलाईन अंकाऊंट का पासवर्ड आप भुल चुके हो तो, आप OTP द्वारा उस अकांऊंंट को पुनः प्राप्त कर सकते है.

5. OTP द्वारा हम योग्य व्यक्ती की पहचान प्रमाणित कर सकते है.

6. OTP से आपकी पहचान एकदकम पुर्ण हो जाती है. तो बहोत सा धोखेबाजो से हम बच जाते है.

7. हम हमारे सोशल मीडिया को और सुरक्षित बना लेते है. और आपके सिवा उसे कोई इस्तेमाल नहीं कर सकता.

8. यह बहोत तेज प्रणाली है और व्यक्ती की पहचान कुछ मिनीटो में ही प्रमाणित की जाती है.

9. यह प्रणाली मुफ्त मे उपलब्ध होती है इसके लिऐ कोई भी चार्ज या फिर शुल्क इसके लिऐ नहीं देना होता.

OTP संबंधीत ये कभी ना भुलें.

1. क्योंकि OTP सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल किया जाता है तो इसे लिखकर रखने का कोई उपयोग नहीं क्योकी हर सत्र में OTP हमे हमारी रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर प्राप्त हो जाता है और वो सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल किया जाता है.

2. किसी से भी आपका OTP शेअर ना करें. अगर आपने OTP किसी और के साथ शेअर किया हो तो समझ लेना

के आप कि अहम महत्त्वपुर्ण जानकारी वो व्यक्ती चुरा सकता है, जिससे वो आपके बँक खाते को भी हानी पहुँचा सकता है.

3. यदि आपका रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर गुम हो जाऐ तो तुरंत नया मोबाईल नंबर रजिस्टर्ड करवा ले जिससे आपकी जानकारी सुरक्षित रहेगी. और कोई दुसरा इसका फायदा नहीं उठा पाऐगा.

Written by Jatin Tripathi

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