Child labour
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बाल श्रम या बाल मजदूरी | Child Labour

Bal Shram ya Bal Majduri Kya Hai

बचपन का नाम आते ही हमारा मनएक ऐसी अवस्था होती है जिसमे बच्चा बहुत कुछ सीखता है और इस काल को सुनहरा काल भी कहा जाता है लेकिन अगर इस उम्र में बच्चे के ऊपर अगर काम का बोझ आ जाये तो उस बच्चे का भविष्य क्या क्या होगा क्या आपने कभी सोचा है| और हमारे भारत की आज के समय की सबसे बड़ी समस्या भी यही है जी हाँ बालश्रम (bal shram) आज के समय का एक बड़ा सामाजिक मुद्दा है और ये भारत के विकास में बहुत बड़ी रूकावट बन कर खड़ा है और ये सिर्फ हमारे भारत इ ही नहीं बल्कि ये विदेशों में बी काफी आगे बढ़ रहा है| और आज के इस लेख में हम आपको बाल मजदूरी के बारे में कुछ खास बातें बताने वाले हैं जो की हमारे डेस्क के लिए एक गहरी समस्या बन चुकी है और इसी वजह से हमारे भारत के विकास में कमी आ रही है|

बाल मजदूरी (bal majduri) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे छोटे बच्चो को बहुत कम वेतन पर काम करवाया जाता है और उनके सुनहरे भविष्य को दलदल में गिरा दिया जाता है अपने फायदे के लिए उनकी खुशियों का गला घोंट दिया जाता है और ये बच्चे भी अपना पेट भरने के लिए दिन रात कम करते हैं ताकि उनको दो वक़्त की रोटी नसीब हो सके और वो अपना जीवन यों कर सके| लेकिन इससे उनके शारीरक और मानसिक विकास में काफी बाधा आती है और उनका विकास अच्छे से नहीं हो पाता और वो गरीबी की दलदल से कभी भी उबार नहीं पाते| और आज इ समय में बहुत सरे बच्चे ऐसे हैं जो की अपना पेट भरने के लिए बाल मजदूरी करते हैं और इस दुनिया में लगभग 215 मिलियन ऐसे बच्चे हैं जिनकी उम्र 14 वर्ष से कम है और वो बाल मजदूरी करते हैं और अपना बहुमूल्य समय कॉपी-किताबों और दोस्तों के बीच न बिता के होटलों, घरों, बर्तनों, झाड़ू-पोंछे करने में बिता देते हैं लेकिन ऐसा करना कहीसे उनकी मज़बूरी भी है और जरूरत भी|

देखा जाये तो विदेशों की अपेक्षा हमारे भारत में ये प्रक्रिया काफी तेज़ है और इस समय हमारे भारत में यह स्थिति बहुत ही भयावह हो गयी है और अगर हम 1991 की जनगणना की बात करें तो बाल मजदूरों का आंकड़ा 11.3 मिलियन था। और 2001 में यह आंकड़ा बढ़कर 12.7 मिलियन हो गया है जो की एक बहुत ही दयनीय स्थिति है और यही गरीब और आमिर के बीच का सबसे बड़ा अंतर भी है और इससे बच्चे के मन में एक अलग ही भावना पैदा हो जाती है और हम समझ ही नहीं पाते|

बहुत से छोटे बच्चे तो बड़े बड़े कारखनों में भी काम करते हैं और इसकी वजह से वो न तो पढ़ पाते हैं और चाँद पैसों के लिए अपना पूरा जीवन काम में ही बिता देते हैं और ज्यादा काम करने की वजह से उनको इतना समय नहीं मिल पाता है की वो अपनी सेहत का ध्यान रख सके और इसी वजह से उनको खतरनाक और हानिकारक बीमारी का सामना भी करना पड़ता है लेकिन अपने काम के आगे उनको अपनी सेहत का ध्यान नही रहता और वो पैसों के लिए लगातार काम करते रहते हैं और अपना सारा जीवन काम करने में ही बिता देते हैं और उनको जीवन में कभी सुख नहीं मिल पाता|

हमारे भारत के सविधान के अंतर्गत बच्चो के लिए प्राथमिक शिक्षा (prathamik shiksha) लेना बेहद जरूरी है और इसके अंतर्गत 14 वर्ष के कम आयु के बच्चो के लिए शिक्षा का अधिकार को अब मूल अधिकार बना दिया गया है और इस कानून के अंतर्गत छोटे बच्चे को काम करने की अनुमति नहीं है और वर्ष 2001 में बालश्रम के ऊपर एक क़ानूनी आंकड़ा जारी किया गया था जिसमे 1.26 करोड़ बच्चे बालश्रम के शिकार थे। और इसमें से सबसे ज्यादा बच्चे उत्तर प्रदेश के हैं और आज के समय में इनकी संख्या 0.91 करोड़ है|और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है और रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है|

बाल श्रम (bal shram) का मुद्दा हमारे भारत के विकास में सबसे गंभीर समस्या है और ये केवल हमारे देश में ही नहीं बल्कि अन्य देशों की भी एक बहुत बड़ी समस्या बनकर सामने आई है और देखा जाये तो बालश्रम की सबसे ज्यादा घटनाये 2010 में अफ्रीका में देखने को मिली हैं और इन आकड़ों के लगभग 50% से अधिक बच्चे कारखानो में काम करते है जिनकी आयु 5 साल से 14 साल के बीच है और वो सिर्फ अपना पेट भरने के लिए इतना बड़ा जोखिम उठाते हैं| और कही कही पर तो बच्चों से रत और दिन दोनों टाइम काम करवाया जाता है और बच्चे अपनी जरूरतों के अनुसार काम करते हैं ताकि उनको खाना और कपडा मिल सके| और ये बच्चे जीवनभर अशिक्षित रहते हैं जिससे आगे नहीं बढ़ पाते और देश के विकास में अपना योगदान नहीं दे पाते|

तो दोस्तों अब तो आप समझ ही गए होंगे की बाल मजदूरी (bal majduri) हमारे समाज में किस तरह से अपना पैउर पसार रही है और हमारे देश के भविष्य को खतरे में दाल रही है तो क्या आप इसको ख़त्म करना चाहेंगे और अपने देश को विकास की ओर ले जाना चाहेंगे अगर हाँ तो आप सभी से हमारा विनम्र निवेदन है कि हमें विस्तार से इस समस्या के बारे में जागरुकता फैलानी होगी और इस मुद्दे को समाज से हटाने के लिए कुछ सकारात्मक कदमों को उठाना पड़ेगा जिससे की देश की जनता जागरूक होगी और देश के जिम्मेदार युवा होने के नाते, हमारा ये कर्त्तव्य बनता है की हम अपने देश के भविष्य को अँधेरे में जाने से बचाएं और इसको तरक्की की ओर ले जाने में इसकी सहायता करें|

तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी ये आज की पोस्ट हम आशा करते हैं की आपको आज की ये हमारी पोस्ट जरूर पसंद आई होगी और इससे आपको काफी जानकारी भी मिली होगी तो अगर आपको हारी ये आज की पोस्ट वाई में पसंद आई है तो इसको लाइक औए शेयर करना न भूले और हो सके तो अपने दोस्तों के साथ ही इसको शेयर जरूर करें और देश की उन्नति करने में हमारा साथ दे धन्यवाद|

Written by Jatin Tripathi

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